GST में 'Inverted Duty Structure' का मतलब होता है जब किसी माल या सेवा पर लगाये जाने वाले GST टैक्स का बजाय, उसे उत्पाद के लिए इस्तेमाल होने वाले सामग्री (input materials) पर लगाए गए GST टैक्स अधिक होता है। इस स्थिति में, उत्पादकों को एक नकारात्मक दर्जा के साथ इनपुट टैक्स के रूप में अतिरिक्त टैक्स देना पड़ता है, जबकि उन्हें अपने उत्पादों पर बेचे जाने वाले उत्पादों के लिए लिया गया टैक्स रिफंड नहीं मिलता है।
इस समस्या को
हल करने के लिए,
GST के अंतर्गत 'Inverted Duty
Structure' के तहत टैक्स रिफंड
योजना है। इसके तहत,
जब भी कोई व्यापारी
उत्पादन के लिए इनपुट
सामग्री खरीदता है, जिस पर
उसे अधिक GST देना पड़ता है
उसे इस बात का
अधिकार होता है कि
वह इस अधिक GST का
रिफंड प्राप्त कर सके। इस
प्रक्रिया को गाइडलाइंस के
माध्यम से संचालित किया
जाता है, जिसमें व्यापारियों
को आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने की सलाह
दी जाती है जिसमें
उनके उत्पादन प्रक्रिया, उपयोग की गई सामग्री,
और अन्य जरूरी जानकारी
शामिल होती है।
इस रिफंड प्रक्रिया
के माध्यम से, उत्पादकों को
इनपुट टैक्स के रूप में
अतिरिक्त भुगतान से बचाया जा
सकता है और उन्हें
निर्मित उत्पादों पर सही टैक्स
लगने का सुनिश्चित किया
जा सकता है। यह
प्रक्रिया GST के नियमों के
अनुसार और उनकी पारदर्शिता
के साथ संचालित होती
है, ताकि इसे बेझिजक
और दायरिक तरीके से सम्पन्न किया
जा सके।
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